आवारा पशुओं का आतंक, नगर निगम लापरवाह — विक्रमादित्य वार्ड के जियामऊ न्यू मानस नगर में बिगड़ते हालात।
आवारा पशुओं का आतंक, नगर निगम लापरवाह
— विक्रमादित्य वार्ड के जियामऊ न्यू मानस नगर में बिगड़ते हालात।
लखनऊ। राजधानी को स्वच्छ और सुरक्षित बनाने के तमाम सरकारी प्रयासों के बावजूद नगर निगम की लापरवाही एक बार फिर सामने आ रही है। विक्रमादित्य वार्ड स्थित जियामऊ न्यू मानस नगर कॉलोनी में आवारा पशुओं की बढ़ती संख्या ने स्थानीय लोगों का जीना दूभर कर दिया है।
रोज़मर्रा की जिंदगी में इन पशुओं की वजह से रहवासियों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। कॉलोनी में गाय, सांड और कुत्तों जैसे आवारा पशु खुलेआम घूमते नजर आते हैं। बच्चों और बुजुर्गों के लिए घर से बाहर निकलना जोखिम भरा हो गया है। क्षेत्रवासियों के अनुसार, आए दिन किसी न किसी को इन जानवरों से चोट लगने की खबर मिलती रहती है।
सबसे बड़ी परेशानी इन पशुओं के खुले में मल-मूत्र त्याग से फैली गंदगी है। इससे न सिर्फ बदबू और गंदा वातावरण बन रहा है, बल्कि बीमारियों का खतरा भी बढ़ गया है। कई बार लोग फिसलकर गिर चुके हैं, जिससे गंभीर चोटें आई हैं।
स्थानीय नागरिकों का कहना है कि उन्होंने कई बार नगर निगम से शिकायत की, लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। स्वच्छता अभियान केवल पोस्टरों और विज्ञापनों तक सीमित दिखाई देता है, जबकि जमीनी हकीकत इसके विपरीत है।
लोगों ने नगर निगम से मांग की है कि आवारा पशुओं को जल्द से जल्द पकड़कर उचित स्थानों पर भेजा जाए और कॉलोनी की नियमित सफाई की व्यवस्था की जाए। यदि शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई, तो क्षेत्रवासी आंदोलन का रास्ता भी अपना सकते हैं।
सरकार जहां स्वच्छ और स्मार्ट लखनऊ के सपने को साकार करने में जुटी है, वहीं नगर निगम की निष्क्रियता इन प्रयासों पर सवाल खड़े कर रही है। अब देखना यह है कि जिम्मेदार अधिकारी कब जागते हैं और कब इस गंभीर समस्या का समाधान निकलता है।



