बरेली में दंगे की बड़ी साजिश नाकाम, अब होगी बुलडोज़र कार्रवाई।

बरेली में दंगे की बड़ी साजिश नाकाम, अब होगी बुलडोज़र कार्रवाई।
बरेली में एक ऐसी बड़ी साजिश को पुलिस ने विफल कर दिया, जो अगर सफल हो जाती तो शहर हिंसा और आगजनी की चपेट में आ सकता था। पुलिस की जांच में खुलासा हुआ है कि मौलाना तौकीर रज़ा बीते सात दिनों से योजनाबद्ध तरीके से भीड़ जुटाने और उपद्रव फैलाने की तैयारी कर रहा था।
दंगे की पूरी प्लानिंग
सूत्र बताते हैं कि मौलाना ने अलग-अलग इलाकों में अपने लोगों को सक्रिय किया था। उन्हें निर्देश दिए गए थे कि समय आने पर भीड़ जमा की जाए और उसे हिंसा में बदल दिया जाए। योजना यह थी कि अचानक सेड़कर लोगों को पेट्रोल बम और हथियारों के सहारे शहर के अलग-अलग हिस्सों में अशांति फैलाई जाए।
हिंसा से शहर को राख बनाने की साजिश
जांच में सामने आया कि इस साजिश का मकसद केवल विरोध तक सीमित नहीं था, बल्कि शहर को दंगों की आग में झोंकना था। अगर यह प्लानिंग सफल होती तो बरेली में बड़े पैमाने पर जान-माल का नुकसान हो सकता था और हालात बेकाबू हो जाते।
पुलिस की सतर्कता ने रोका बड़ा खतरा
बरेली पुलिस और खुफिया तंत्र ने समय रहते इन गतिविधियों पर निगरानी रखी। जैसे ही मामला संदेहास्पद लगा, टीम ने कार्रवाई करते हुए साजिश को पूरी तरह नाकाम कर दिया। पुलिस का मानना है कि अगर कार्रवाई में थोड़ी भी देर होती, तो शहर एक बड़े उपद्रव का गवाह बन सकता था।
प्रशासन सख्त, बुलडोज़र की तैयारी
इस खुलासे के बाद प्रशासन ने साफ कर दिया है कि शहर की शांति के साथ खिलवाड़ करने वालों को किसी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मौलाना तौकीर रज़ा और उनके करीबियों की अवैध संपत्तियों की सूची तैयार की जा रही है। जल्द ही इन पर बुलडोज़र कार्रवाई शुरू की जाएगी, ताकि ऐसा कदम दूसरों के लिए भी चेतावनी साबित हो।



