जितिया व्रत: माताओं ने संतान की लंबी उम्र के लिए रखा निर्जला उपवास।

जितिया व्रत: माताओं ने संतान की लंबी उम्र के लिए रखा निर्जला उपवास।
पटना। आज भाद्रपद मास की सप्तमी तिथि पर प्रदेशभर में जितिया व्रत धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस मौके पर सुबह से ही महिलाओं ने स्नान-पूजन कर निर्जला उपवास की शुरुआत की। यह व्रत खासतौर पर माताएँ अपने बच्चों की लंबी उम्र, अच्छे स्वास्थ्य और उज्ज्वल भविष्य की कामना के लिए करती हैं।
वाराणसी, पटना और रांची जैसे शहरों में मंदिरों में विशेष पूजन-अर्चना का आयोजन हुआ। कई जगहों पर महिलाओं ने समूह में बैठकर जितिया कथा सुनी और पारंपरिक गीतों के साथ भक्ति का माहौल बनाया।
रस्में और परंपराएँ
व्रत की शुरुआत कल नहाय-खाय की रस्म से हुई थी, जिसमें माताओं ने सात्विक भोजन कर व्रत का संकल्प लिया।
आज महिलाएँ पूरा दिन बिना पानी के व्रत रखकर भगवान जीवितपुत्रिका और पुत्र-जीविका की पूजा कर रही हैं।
शाम को विशेष कथा-वाचन और अर्घ्य देने के बाद व्रत का समापन होगा।
प्रशासन और सामाजिक रंग
मंदिरों और पूजा स्थलों पर बड़ी संख्या में भीड़ को देखते हुए स्थानीय प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई है। वहीं, बाजारों में पूजा-सामग्री, फल-फूल और प्रसाद की खूब बिक्री हुई, जिससे त्योहार का माहौल और भी चहल-पहल भरा हो गया।
आस्था का संदेश
भक्तों का मानना है कि जितिया व्रत केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि मातृप्रेम और संतान के प्रति समर्पण का प्रतीक है। इस अवसर पर कई सामाजिक संगठनों ने भी स्वास्थ्य शिविर और प्रसाद वितरण के कार्यक्रम किए।



