
लखनऊ में चैन स्नेचिंग के बाद व्यवसायी की मौत।
लखनऊ। राजधानी के जानकीपुरम इलाके में चैन स्नेचिंग की वारदात के दौरान व्यवसायी अतुल कुमार जैन की मौत ने पूरे शहर को दहला दिया है। घटना को चार दिन बीत चुके हैं लेकिन बदमाश अब तक पुलिस की पकड़ से बाहर हैं।
घटना का पूरा विवरण
48 वर्षीय व्यवसायी अतुल जैन अपनी स्कूटी से घर लौट रहे थे। इसी दौरान बाइक सवार दो बदमाशों ने उनका पीछा किया। मौका मिलते ही बदमाशों ने उनकी स्कूटी में जोरदार लात मारी, जिससे वे सड़क पर गिर पड़े। गंभीर चोट लगने से उनकी मौके पर ही हालत बिगड़ गई और अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
ब्लाइंड स्पॉट बना जांच में सबसे बड़ी रुकावट
पुलिस की जांच में सामने आया है कि घटनास्थल के आसपास करीब 400 मीटर का इलाका ऐसा है जहां कोई भी सीसीटीवी कैमरा नहीं है। इसी वजह से पुलिस को आरोपियों का चेहरा या बाइक की स्पष्ट तस्वीर नहीं मिल पाई है। यह तकनीकी कमी जांच की सबसे बड़ी बाधा बन गई है।
पुलिस की पड़ताल और कार्रवाई
लखनऊ पुलिस ने अब तक 20 संदिग्धों की सूची तैयार की है। पांच टीमें लगातार छापेमारी और निगरानी में लगी हुई हैं। आसपास लगे कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। साथ ही मोबाइल टावर लोकेशन और कॉल डिटेल रिकॉर्ड की मदद से बदमाशों का सुराग तलाशा जा रहा है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इलाके में दहशत और गुस्सा
इस घटना के बाद जानकीपुरम के लोगों में डर और आक्रोश दोनों है। स्थानीय लोग और व्यापारी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कई निवासियों ने रात में बाहर निकलना कम कर दिया है। व्यापारियों ने पुलिस से गश्त बढ़ाने और ब्लाइंड स्पॉट पर तुरंत सीसीटीवी कैमरे लगाने की मांग की है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
राजधानी में स्मार्ट सिटी और आधुनिक सुरक्षा सिस्टम के बावजूद इतनी बड़ी चूक सामने आई है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर घटनास्थल पर सीसीटीवी कैमरे लगे होते तो पुलिस अपराधियों तक जल्दी पहुंच सकती थी। यह घटना सुरक्षा व्यवस्था की खामियों को उजागर करती है।
पुलिस का आश्वासन
पुलिस आयुक्त ने कहा है कि अपराधियों की पहचान करने और उन्हें पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। उनका कहना है कि जल्द ही मामले का खुलासा होगा और आरोपियों को सलाखों के पीछे भेजा जाएगा।



