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ओडिशा में कथित ‘लव-जिहाद’ सिंडीकेट का भंडाफोड़, मुस्लिम युवक की पत्नी ने खोली पूरे गिरोह की पोल।

ओडिशा में कथित ‘लव-जिहाद’ सिंडीकेट का भंडाफोड़, मुस्लिम युवक की पत्नी ने खोली पूरे गिरोह की पोल।

ओडिशा के केंद्रापड़ा जिले से एक गंभीर और संवेदनशील मामला सामने आया है, जहां कथित तौर पर ‘लव-जिहाद’ गतिविधियों से जुड़े एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश होने का दावा किया गया है। यह मामला तब प्रकाश में आया जब एक मुस्लिम महिला ने अपने ही पति पर गंभीर आरोप लगाते हुए केंद्रापड़ा पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच प्रारंभ कर दी है।

मुस्लिम महिला ने पति पर लगाए गंभीर आरोप-
शिकायतकर्ता महिला का आरोप है कि उसका पति एक ऐसे गिरोह से जुड़ा हुआ है, जो हिंदू युवतियों को प्रेम जाल में फंसाकर उनसे विवाह करने के लिए प्रोत्साहित करता है। महिला के अनुसार, यह पूरी प्रक्रिया योजनाबद्ध तरीके से की जाती है और इसके पीछे एक संगठित नेटवर्क काम कर रहा है। उसने यह भी कहा कि उसे इस गतिविधि की जानकारी शादी के बाद धीरे-धीरे मिली।

विवाह पर 10 लाख रुपये की सहायता का आरोप-महिला ने अपनी शिकायत में दावा किया है कि कुछ मुस्लिम संगठन कथित रूप से ऐसे मामलों में आर्थिक सहायता भी प्रदान करते हैं। आरोप के अनुसार, यदि कोई मुस्लिम युवक किसी हिंदू लड़की को प्रेम जाल में फंसाकर उससे विवाह करता है, तो उसे करीब 10 लाख रुपये तक की सहायता दी जाती है। महिला ने यह भी कहा कि यह धनराशि अलग-अलग माध्यमों से दी जाती है ताकि सीधे तौर पर कोई प्रमाण सामने न आए।

केंद्रापड़ा पुलिस ने दर्ज की एफआईआर-केंद्रापड़ा पुलिस ने महिला की शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फिलहाल यह सभी आरोप प्रारंभिक हैं और जांच के बाद ही सच्चाई सामने आएगी। पुलिस कथित संगठनों, वित्तीय लेन-देन और संबंधित व्यक्तियों के संपर्कों की जांच कर रही है। साथ ही, आरोपी पति से भी पूछताछ की प्रक्रिया शुरू की गई है।

पुलिस का बयान—जांच के बाद ही होगा खुलासा-पुलिस प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि मामला सामाजिक सौहार्द से जुड़ा हुआ है, इसलिए जांच पूरी सावधानी और निष्पक्षता के साथ की जा रही है। अधिकारियों ने अपील की है कि जांच पूरी होने से पहले किसी भी तरह की अफवाह या निष्कर्ष निकालने से बचा जाए। पुलिस यह भी देख रही है कि क्या इस मामले में कोई संगठित नेटवर्क वास्तव में सक्रिय है या यह पारिवारिक विवाद से जुड़ा मामला है।

सामाजिक संगठनों में चर्चा का विषय-इस घटना के सामने आने के बाद स्थानीय स्तर पर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया है। कुछ सामाजिक संगठनों ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है, जबकि कई लोग इसे गंभीर आरोप बताते हुए साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई की बात कर रहे हैं। फिलहाल, सभी की निगाहें पुलिस जांच पर टिकी हुई हैं।

केंद्रापड़ा का यह मामला न केवल कानून व्यवस्था, बल्कि सामाजिक समरसता के लिहाज से भी संवेदनशील माना जा रहा है। पुलिस की जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि आरोपों में कितनी सच्चाई है और क्या वास्तव में किसी संगठित सिंडीकेट की भूमिका है।

 

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