प्रादेशिक

नगर निगम लखनऊ की कार्य प्रणाली अव्यस्थित।नगर निगम हुआ असहाय।

नगर निगम लखनऊ की कार्य प्रणाली अव्यस्थित।नगर निगम हुआ असहाय।

 

नगर निगम लखनऊ के कर्मचारी भी नगर आयुक्त और महापौर के आदेशो की अनसुना कर रहे हैं। इसी कारण शहर की वीआईपी कहीं जाने वाले इलाकों में जलभराव, गंदगी और अतिक्रमण जैसी अव्यवस्था और भी बढ़ गई है। नगर निगम के कई कर्मचारी अपनी मनमानी से काम करते हुए नागरिकों को मुसीबत में डाल रहे हैं।

गोमती नगर जैसी मुख्य कालोनी में , नगर निगम में नागरिकों द्वारा दर्ज शिकायतों के बाद भी कई स्थानों पर नालियों को पाटकर बंद कर दिया गया है, नालियों पर पक्के निर्माण की वजह से वर्षा के मौसम में सड़कों पर पानी भराव की समस्या बढ़ गई है।

नगर निगम ने हाल ही में गोमती नगर लखनऊ के विराज खंड में लाखों रुपए खर्च कर नई सड़कों को डामर से बनवाया गया है, लेकिन इन सड़कों पर भी कुछ इलाकों में नालियों का पाट बंद किया गया है, जिससे नवीन सड़कों को भी बरसाती पानी में भरने का खतरा बना हुआ है। नगर निगम की विराज खंड एक में बनवाई गई सड़क का बरसात के पानी की लगातार निकासी न होने से नयी सड़क को नुक़सान पहुंचा रहा है। इस संबंध में सभी स्तर पर अनदेखी की जा रही है।

नगर आयुक्त व संबंधित अधिकारियों द्वारा इस मामले में वरिष्ठ पत्रकार विराज खंड निवासी ओम प्रकाश शर्मा ने की एक सटीक जानकारी देने के बाद एक दोषी भूस्वामी को कई बार चेतावनी जारी किया गया। इसके बावजूद विभागीय अधिकारी कार्यवाही करने में असक्षम दिखा रहे हैं। नरोजाना जल निकासी के लिए नाली पाटकर नगर निगम की जगह पर अवैध निर्माण कराने के मामले में पहले भी अवगत कराया गया था। लिखित जानकारी देने के बावजूद वरिष्ठ पत्रकार की इस शिकायत पर दो साल बाद भी नगर निगम के अधिकारियों ने मौके को जाकर देखा तक नहीं। ‌इस संबंध में लखनऊ आयुक्त सुश्री रोशन जैकब से भी लिखित अपील की गई है कि नगर निगम लखनऊ की इस अव्यवस्था और लालफीताशाही को सुधारने के लिए शीघ्र कार्रवाई की जाए। दो साल से एक वरिष्ठ पत्रकार द्वारा की जा रही शिकायत पर नगर निगम की ओर कोई कार्यवाही न होंने से नगर निगम लखनऊ के दावों की असलियत का आसानी से अंदाजा लगाया जा सकता है।

इस मामले में नगर निगम के उदासीन अधिकारियों व कर्मचारियों से बीजेपी की महापौर को भी तत्काल ध्यान देना चाहिए कि ऐसे कौन से कर्मचारी व अधिकारी हैं जो जनता की शिकायतों पर प्रभावी कार्रवाई न करके नगर निगम लखनऊ और वर्तमान सरकार भाजपा की छवि को धूमिल करने में लगे हैं।

Related Articles

Back to top button